बरेली की शिक्षिका बनी पैड वुमन।
बरेली:- काम ऐसा करो कि मिशाल बन जाए। जी हां ऐसी ही हैं प्रदेश भर में पैड बैंक अभियान चलाने वाली बेसिक की शिक्षिका राखी गंगवार। जिस चीज का नाम सुनते ही लोग शर्माते हैं, झिझकते हैं, गंदा समझते हैं, उस काम को करके राखी गंगवार ने बदल दी लोगों की सोच। शिक्षिका को जब पता चला कि जहाँ वो तैनात हैं वहाँ की बेटियां और महिलाएं मासिक धर्म के दिनों में सैनिटरी नैपकिन का उपयोग न करके गंदे कपड़े का इस्तेमाल करती हैं। बस फिर क्या था शिक्षिका ने स्कूल में सभी माताओं बहनों को बुला लिया और सभी को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में समझाया। कुछ महिलाएं झिझक रही थी उनकी काउंसलिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा एक डॉक्टर से करवाई। कार्यशाला में पता चला कि आर्थिक तंगी और दुकान आस पास न होने की वजह से पैड खरीदने की दिक्कत है।तो खुद ही स्कूल में अपने निजी खर्चे से पैड बैंक बना डाला और सभी को हर महीने मुफ्त सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाने लगीं। शिक्षिका ने अपनी टीम के साथ अब तक 50 से अधिक गांव में जाकर स्वच्छता अभियान चलाया और 20 हजार से ज्यादा महिलाओं को जागरूक किया। समय मिलने पर दूसरे स्कूलों, झुग्गी झोपड़ी और बस्तियों की महिलाओं को भी जागरूक करती हैं। शिक्षिका बताती हैं कि पहले उनको अपने पास से खर्चा करना पड़ता था लेकिन जब नाइन कंपनी को पता चला कि इस तरह से कोई सामाजिक कार्य हो रहा है तो उन्होंने राखी से वादा किया कि हमारी कंपनी आपको निशुल्क सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाएगी ताकि अधिक से अधिक बेटियां और महिलाएं स्वस्थ रहें जागरूक रहें। शिक्षिका बताती हैं जब तक मुझसे हो सकेगा मैं समाज सेवा में अपना प्रयास जारी रखूंगी।
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