दारोगा बेचन यादव ने ग्राम प्रधान को निशाना बना रिश्वत में मांगे 2 लाख रुपये, एंटी करप्शन की टीम ने धर दबोचा
उन्नाव:- हसनगंज कोतवाली में छेड़छाड़ के मुकदमे में नाम आने की बात कहकर विवेचक दरोगा ने प्रधान से 50 हजार रुपये घूस ली। इसके बाद डेढ़ लाख रुपये की और मांग करने लगा। परेशान प्रधान ने एंटी करप्शन को सूचना दी। रात करीब आठ बजे टीम ने दरोगा को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
हसनगंज कोताली क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने 18 दिसंबर 2024 को गांव के ही तीन लोगों पर नामजद और दो अज्ञात पर छेड़छाड़, मारपीट सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुकदमे की विवेचना हसनगंज कोतवाली में तैनात मूल रूप से गोरखपुर के बेलीपार थाने के कालाबाग गांव निवासी दरोगा बेचन यादव कर रहे थे। विवेचना के दौरान दरोगा ने मटरिया गांव के प्रधान अभिषेक गौतम को बताया कि घटना में उनका भी नाम आ रहा है।
परेशान प्रधान ने खुद को निर्दोष बताते हुए दरोगा से खुद को बचाने की गुहार लगाई। इस पर दरोगा ने पहले 50 हजार रुपये की घूस ली। बाद में तमाम कानूनी अड़चने आने की बात कहकर धमकाया और डेढ़ लाख रुपये और देने के लिए कहा। परेशान अभिषेक ने एंटी करप्शन से शिकायत की। इस पर एंटी करप्शन लखनऊ जोन के प्रभारी उदयराज निषाद ने योजना बनाई। शुक्रवार शाम अभिषेक के माध्यम से रुपये देने के लिए दरोगा को मोहान तिराहा बुलवाया। दो गाड़ियों से पहुंची 14 सदस्यीय टीम ने घेराबंदी की और दरोगा बेचन यादव को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सोहरामऊ थाने ले जाकर एफआईआर दर्ज कराई। एसपी दीपक भूकर ने दरोगा को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए हैं।
No comments