दो बार से लगातार भारी बहुमत से जीत रहे साक्षी महाराज पर भाजपा ने फिर जताया भरोसा।
उन्नाव:- भारतीय जनता पार्टी ने जनपद के सांसद डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज पर फिर भरोसा जताते हुए तीसरी बार जनपद से लोकसभा प्रत्याशी बनाया हैं। भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में फायर ब्रांड नेता एवं हिंदुत्व छवि वाले डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज को लोकसभा चुनाव में उतारा था जिसके बाद मोदी लहर में साक्षी ने जीत का परचम लहराया था। 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने फिर से डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज पर भरोसा जताया था और 2014 के मुकाबले उन्होंने उससे भी ज्यादा मतों से जीत हासिल की।
जिले के सियासी गलियारों और राजनीतिक जानकारों के सभी आंकड़े उस समय धरे रह गए जब शनिवार को देर शाम दिल्ली स्थिति भाजपा कार्यालय में भाजपा ने प्रत्याशियों की घोषणा करते हुए उन्नाव सीट से वर्तमान सांसद डॉ. सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज पर भरोसा जताते हुए तीसरी बार भी मैदान में उतार दिया तो वहीं दूसरी ओर टिकट की दौड़ में दिन रात मेहनत कर रहे भाजपा के कई नेताओं के हौसले और उम्मीद पर भी उन्नाव सीट पर भाजपा के ऐलान के बाद पानी फिर गया।
2014 में 3.10 लाख मतों के अंतर से जीते थे
साक्षी महाराज ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी रहे अरुण शंकर शुक्ला को 310173 मतों से हराया था। तीन लाख वोट के अंतर से चुनाव जीतकर साक्षी महाराज प्रदेश में आठवे नंबर पर रहे थे। उनसे जनरल वीके सिंह, डॉ. भोला सिंह, संजीव बालियान, मुलायम सिंह यादव, सोनिया गाँधी, हेमा मालिनी एवं योगी आदित्यनाथ ही जीत के अंतर में आगे रहे थे।
2019 में सांसद साक्षी महाराज की चिट्टी ने मचाया था तहलका
2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी में टिकट को लेकर खीचतान के बीच साक्षी महाराज को अपना टिकट कटने का अंदेशा हुआ तो उन्होंने 7 मार्च 2019 को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को के चिट्टी लिखी थी। चिट्टी में उन्होंने खुद के चुनाव जीतने से पहले और बाद में पार्टी की स्थिति का ब्योरा दिया था। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में जिले की पाँच सीटों पर भगवा फहराने, कराए गए विकास कार्यों और जनता के बीच लोकप्रियता और मतदाताओं के जातीय आंकड़े देकर चुनावी समीकरण को अपने पक्ष में बताया था। उन्होंने यह बताने की कोशिश की थी कि जिले में सबसे ज्यादा लोधी मतदाता हैं और हम भी उसी जाति से आते हैं इसके साथ ही साथ ओबीसी जनप्रतिनिधि उनके अलावा कोई नहीं हैं। अगर उनके अलावा किसी और को प्रत्याशी बनाया जाता हैं तो ओबीसी वर्ग की भावनाए आहत होगी। सांसद साक्षी महाराज की यह चिट्टी सोशल मीडिया पर वायरल होते ही चर्चा का विषय बन गई थी जिसके बाद भाजपा ने उन्नाव लोकसभा सीट पर कोई जोखिम न लेते हुए उन्हें टिकट दिया था।
2019 में सांसद साक्षी महाराज को प्रदेश में मिली थी चौथी बड़ी जीत
2019 के चुनाव साक्षी महाराज ने 400956 लाख वोटो से प्रदेश में चौथी सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। बड़े अंतर से जीत दर्ज करने वाले जनरल वीके सिंह, राजकुमार चाहर और नरेंद्र मोदी जैसे दिग्गज नेताओं के बीच साक्षी महाराज ने खुद को शामिल किया था। साक्षी महाराज को कुल 703507 मत मिले थे जबकि गठबंधन के प्रत्याशी अरुण शंकर शुक्ला को 302551 मत हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे। साक्षी महाराज ने अरुण शंकर शुक्ला को 400956 मतों के अंतर से हराया था।
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